कुछ समय पहले लोग कम्प्यूटर के बारे में नहीं जानते थे, परन्तु बदलते वक्त के साथ लोग भी बदले और उनकी सोच भी और उन्होंने कम्प्यूटर के बारे में जानकारी होने लगी बदलते वक्त के साथ-साथ कम्प्यूटर का इतना उपयोग होने लगा है की आज के युग को कम्प्यूटर का युग कहा जाने लगा है |
आज के समय में कम्प्यूटर व्यक्ति की जिन्दगी का एक अहम हिस्सा बन चूका है, अज कल लगभग हर एक कम्प्यूटर राइज हो गई है अगर आप ऑफिस में कम करते है तो वहां भी कम्प्यूटर यूज़ होता है, ट्रेन की टिकट भी कम्प्यूटर से मिलती और बुकिंग हो जाती है और भी एसी जगाहन है जहाँ पर कम्प्यूटर का यूज़ अधिकतर होता है. पर जिस तरह से कम्प्यूटर का उपयोग बढ़ रहा है उसके चलते कम्प्यूटर में होने वाली समस्याए भी बढ़ रही है. जिसमे से सबसे बड़ी समस्या कम्प्यूटर होने वाले वायरस (virus) से होती है.
क्या होता है कम्प्यूटर वायरस (What is Computer Virus in Hindi)
जिस तरह से किसी भी व्यक्ति को बुखार फीवर होता है जो उस व्यक्ति को बीमार करता है और व्यक्ति के इम्यून सिस्टम पर नकारात्मक असर करता है उसी तरीके से कम्प्यूटर के लिए भी डिजाईन किये गये वो प्रोग्राम (software) जो कम्प्यूटर के काम को प्रभावित करते है और उसे कम्प्यूटर की गतिविधि को गलत तरीके से प्रभावित करने के लिए बनाया गया होता है जो कम्प्यूटर के काम को बाधित करता है उसे हम वायरस कहते है यह भी बाकि प्रोग्रामों की तरह होता है यह एक ऐसा प्रोग्राम होता है जो खुद को कॉपी करता है और उसी के जरिये एक से दूसरे कम्प्यूटर में फ़ैल जाता है |
कहाँ से आते है वायरस
ज्यदातर वायरस जो है वो अक्सर Pen Drive, Data Card, Unsecured Website, अश्लील वेबसाइट जैसे माध्यमो से फैलते है जो एक से दूसरे के कम्प्यूटर में अधिक इस्तेमाल किये जाते है | और आजकल के समय हर कोई इन्टरनेट का उपयोग करना जानता है | इन्टरनेट के उपयोग से ज्यादातर लोग इन्टरनेट में ऑनलाइन होते है और इन्टरनेट से डाउनलोडिंग, फाइल्स को अदल बदल करना आदि|
यदि आप यह सब काम करते समय सावधानी नहीं रखते है | तो कंप्यूटर एक गंदे वायरस के संक्रमण में आ जाता है | जिससे की कंप्यूटर की फाइल्स अजीब तरह से कार्य करती है कंप्यूटर को ख़राब कर सकता है | वायरस आपके कंप्यूटर को अजीब सन्देश या Popup करता है | या फिर आपके कम्प्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम को भी ख़राब कर सकता है
अपने कम्प्यूटर को सुरक्षित कैसे करे (How to Protect Computer From Virus)
= अगर आप WindowsXp use करते है, तो उसकी जगह Widow8 या उससे ऊपर का version का उपयोग करें क्यूंकि यह ज्यादा सुरक्षित है, यदि किन्ही कारणों से आप विंडो 8 से निचे का version उसे कर रहे हैं तो आपको हमेशा Firewall को Turn On करना होगा |
= हमेशा सभी आवश्यक Neccessary और Service Pack चलाएं ( आपके सभी प्रोग्राम और सॉफ़्टवेयर सहित सभी विंडो! – उन्हें Update रखें) | ( Protect computer from virus )
= आप अपने Anti-Virus को रोज़ चलाये | और हमेशा Free के Anti-Virus का इस्तेमाल ना करे | क्युकी Free Anti-Virus सिर्फ कंप्यूटर में कुछ ज्यादा काम नहीं करते है |
= सप्ताह में एक बार अपने कंप्यूटर Anti-Spyware/Adware को जरुर चलाये | जिससे की आपके कंप्यूटर की कार्य करने की speed सही रहे |
= अपने कंप्यूटर में Pop up Blocker को On कर लीजिये | इससे होगा यह की आपका कंप्यूटर में advertisement या Fake मेसेज आना बंद हो जायेंगे | यह Feature सिर्फ Windows Xp आदि कंप्यूटर में देखने को मिलता है | और आप चाहे तो इसके साथ साथ कोई दूसरा Pop-up Blocker भी download कर सकते है |
= Messenger सेवा का इस्तेमाल करते समय , Messenger के द्वारा भेजे गए फाइल से सावधान रहे | अधिकाँश Email service में Virus की जांच होती है | जिससे की यह होता है कि File में Virus है या नहीं | = फाइलों या इंटरनेट से किसी प्रोग्राम को डाउनलोड करते समय बहुत सावधान रहें, इसे डाउनलोड करते समय निर्देशों पर ध्यान दें। डाउनलोडिंग कभी-कभी सिस्टम रजिस्ट्री या पूरे कंप्यूटर सिस्टम पर खराबी उत्पन्न कर सकती है | ( Protect computer from virus )
= कभी भी खुले मेल जो आपके लिए संदिग्ध हैं या आपको नहीं जानते हैं यदि वे आपके Bulk Mail में हैं | तो इस मेसेज को आप को अपने provider को वापस भेज सकते है | इन message में क्लिक करते ही आप किसी दूसरी वेबसाइट में चले जायेंगे |जिसमे आपको जानकारी भरनी पड़ती है | जिससे की आप उस वेबसाइट में क्लिक करते करते परेशान हो जायेंगे | इसी प्रकार हैकर आपकी जानकारी ले लेते है |
= Run Defragmentation जो की Disk को clean करने के उपयोग में लायी जाती है | आप इसे आसानी से अपने कंप्यूटर की C:/ drive में देख सकते है | इससे देखने के लिए आपको C:/ drive में Right Click करके > Click on properties >Click on Tools > Click on defragment में क्लिक करना होगा |
= ऐसी फ़ाइलों से सावधान रहें जो Floppy Disk या किसी अन्य External Memory से आते हैं जब आप इसे अपने CD-Rom की Floppy Drive में खोलते हैं। आपको इसके Source, या बेहतर अभी तक पता होना चाहिए, जब आप इसे डालें, तो फाइल को खोलने से पहले इसे अपने एंटी-वायरस प्रोग्राम से स्कैन जरुर कर ले |